दोस्तों! आज के दौर में शरीर का वजन बढ़ना एक आम समस्या हो गई हैं! क्योकिं अपना रहन-सहन, परिवेश और खान-पान बिगड़ गया हैं! वजन बढ़ने से शरीर बहुत-सी बड़ी बिमारियों का घर बन जाता हैं! इसलिए weight loss करना आवश्यक हो जाता हैं।
Weight बढ़ने से
- हृदय रोग (Heart disease)
- स्ट्रोक (Stroke)
- उच्च रक्त चाप (High Blood pressure
- मधुमेह (Diabetes)
- कैंसर (Cancer)
- पित्ताशय की थैली रोग (Gallbladder)
- पित्त पथरी (gallstones)
- ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis)
- गाउट (Gout)
- ये तो कुछ बीमारियाँ ही है, ये कहा जाए कि
- “शरीर की समस्त बिमारियों की जड़ मोटापा या शरीर का वजन बढ़ना ही हैं” तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।

आइए जानतें हैं कि बिना exercise, बिना जिम केवल अपनी Life style में परिवर्तन और कुछ सावधानियाँ रख के कैसें अपने शरीर के वजन को कम कर सकतें हैं।
चलिए शुरू करतें हैं।
Weight loss के लिए आयुर्वेदिक उपाय
दोस्तों weight loss के लिए आयुर्वेद में सबसे कारगर उपाय तेल मालिश (अभ्यंगम) को बताया गया हैं! वेट लॉस के लिए तेल मालिश कैसें करें? इससे पहलें यह जानना आवश्यक हैं कि आपका शरीर किस प्रकार का हैं।
आयुर्वेद में शरीर की प्रकृति
सर्वप्रथम आपको अपने शरीर की प्रकृति को पहचानना हैं कि आपका शरीर किस प्रकृति का हैं!
आयुर्वेद में शरीर की 3 तरह से व्याख्या की गई हैं!
वात
यदि आपका शरीर वात वाला हैं अर्थात् गैस का बनना , कब्ज रहना, अधिक बोलना, शरीर में कही भी दर्द का होते रहना, त्वचा का रुखा होना, चंचलता, जल्दी सर्दी का महसूस होना आदि लक्षण हैं तो आपका शरीर वात प्रकृति का हैं!
वात शीतल माना जाता हैं अत: आपकों गर्म प्रकृति के तेल की मालिश अनिवार्य हैं। गरम प्रकृति के तेलों में सरसों का तेल, तिल का तेल श्रेष्ठ माना जाता हैं!
पित्त
यदि आपका शरीर पित्त वाला हैं अर्थात् अधिक गुस्सा आना, गर्मी का अधिक महसूस होना, शरीर मे जलन , बालों का गिरना या सफेद हो जाना, पसीना अधिक आना, ठंडी चीजें खाने का मन करना आदि लक्षण हो तो आपका शरीर पित्त प्रकृति का हैं!
पित्त की प्रकृति गर्म हैं अत: आपको ठंडे तेलों से शरीर की मालिश करनी चाहिए! ठंड़े तेलों में नारियल का तेल सही माना जाता हैं!
कफ
यदि आपका शरीर कफ वाला हैं अर्थात् सांस में तकलीफ, सुस्त रहना, ज्यादा नींद आना, शरीर का भारीपन , भूख प्यास गर्मी का कम लगना , पसीना कम आना आदि लक्षण हो तो आपका शरीर कफ प्रकृति का हैं!
कफ को भारी, ठंडा, चिकना, स्थिर चिपचिपा माना जाता हैं! अत: आपको सरसों का तेल ज्यादा उपयुक्त रहेगा।
Weight loss के लिए तेल मालिश कैसें करें ?

- सर्वप्रथम आप अपने शरीर की प्रकृति के अनुसार तेल का चुनाव करे।
- फिर तेल को हल्का गुन गुना कर लें।
- नहाने से पहले अच्छी तरह से 10 -12 मिनट मालिश करें।
- ध्यान रहे- मालिश करते समय शरीर से पसीना निकलना अनिवार्य हैं! ( व्यवहारिकता में यह नुस्खा गर्मी के दिनों में ही अधिक कारगार साबित होता हैं। क्योकिं पसीना गर्मी मेंअच्छे से निकलता हैं।)
- फिर स्नान कर लें।
रोजाना या एक दिन छोड़ कर एक दिन, यह प्रक्रिया 2-3 महीने तक दोहराएं! निश्चित रूप से शरीर में जमी समस्त चर्बी धीरे-धीरे कम होती जायेगीं।
लाइफ स्टाइल , खान- पान में बदलाव करें।
दोस्तों! खान- पान और लाइफस्टाइल में बदलाव करने से विभिन्न प्रकार की गंभीर बीमारियों को आसानी से ठीक किया जा सकता हैं! वो भी बिना दवाओं के।
आइए जानते हैं खानपान और लाइफ स्टाइल में क्या क्या बदलाव करें।
पानी का सेवन सही तरीके से करें
पानी का सेवन खाना खाने से 20-30 मिनट पहले करें! खाना खाने के बाद 40-60 मिनट के बाद ही करें। ध्यान दे ! रात के खाने के बाद यदि पानी पीने की इच्छा ना हो तो 1 घन्टे से भी अधिक समय निकाल लें! क्योंकि रात को खाना हजम करने के लिए आपके पास कम समय होता हैं! अर्थात् सोते समय खाना धीमी गति से पचता हैं! इसलिए खाना खाने के अधिक देर बाद पानी का सेवन करोगे तो आमशय की अग्नि खाने को जल्दी पचा देगी! यदि रात का खाना खाने के बाद पानी पीने की इच्छा हो तो 30-40 मिनट बाद गर्म पानी का सेवन कर सकते हैं!
यदि आपने खाना खाने के तुरंत बाद पानी पी लेते हैं तो आमाशय की अग्नि शान्त हो जाती हैं और फिर सोने के कारण खाना ढंग से नहीं पच पाता हैं!
इसलिए खाना खाने के तुरंत बाद पानी को विषकारक बताया गया हैं।
फ़ास्ट फूड नहीं नहीं खाए।
फास्ट फूड का कम से कम प्रयोग करें। महीने में दो-तीन बार आप फास्ट फूड खा सकते हैं लेकिन इससे ज्यादा नहीं खाना चाहिए!
फलों-सब्जियों का प्रयोग अधिक करें।
सुबह-सुबह फलों का सेवन स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा बताया गया हैं! सुबह की डाइट में 3- 4 तरह के फल लेने चाहिए। और दोपहर और शाम को सलाद का प्रयोग खाने से पहले जरूर करना चाहिए।
रात का खाना हल्का लें।
रात का खाना हल्का लेना चाहिए! खाना खाने के बाद टहलना आवश्यक हैं! टहल नहीं सको तो खाना खाने के बाद 10-15 मिनट वज्रासन में बैठना चाहिए!
खाना खातें समय एकाग्रचित्त रहें।
खाना खाते समय एकाग्रचित्त रहें! खाने को चबा चबा कर खाना चाहिए! खाना खाते समय मोबाइल फोन,टी.वी. का प्रयोग नहीं करें!
सारांश
दोस्तों! आशा करता हूं कि आपको वजन कम करने का आयुर्वेदिक नुस्खा पसंद आया होगा! आप इसे जरूर आजमा कर देखें! वजन कम करने के इस प्रोसेस में आपको कोई समस्या आ रही है तो बेझिझक कमेंट बॉक्स में कमेंट करें! हमारी टीम आपके हर सवाल का जवाब देने के लिए हमेशा तत्पर हैं।
जय हिंद। जय भारत।
स्वस्थ रहिए। सुखी रहिए।