Search engine

Search engine (सर्च इंजन) क्या होते हैं? कम्प्लिट जानकारी।

दोस्तों आज हम सर्च इंजन के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। search engine क्या होता है? कौन-कौन से सर्च इंजन होते हैं? कैसे काम करता है? आदि सभी के बारे में विस्तार से जानेंगे।चलिए शुरू करते हैं।

सर्च इंजन (search engine)

इंटरनेट में सबसे अधिक विस्तृत तत्व सर्च इंजन ही हैं। यह WWW पर हजारों पृष्ठों के रूप में अथाह जानकारी एकत्रित रखता है। परंतु इन समस्त जानकारियों के टाईटल्स इन के लेखकों के पास होते हैं। जो अपने-अपने तरीके से लिखते हैं।

इनमें से अधिकतर सामग्री विविध सर्वर्स पर coding language में नामांकित कर इकट्ठे किये जाते हैं।

अब जब भी आपको किसी भी विषय से संबंधित सामग्री पढ़नी है, तो आप अपने काम के प्रश्नों को कैसे खोज सकेंगे? कैसे जान सकेंगे कि आपके काम का प्रश्न किस टाईटल के साथ कहां रखा हुआ है।

आपकी इसी समस्या का निवारण के लिए सर्च इंजन उपलब्ध है। अन्य साईटस की भांति सर्च इंजन भी विशिष्ट कार्य के लिए तैयार किये जाते हैं। जो एक प्रकार से वेबसाइट ही है। इसका कार्य WWW पर रखे कन्टेन्ट के भंडार में से उन सामग्री को ढूंढना हैं, जिसको कि आप सर्च कर रहे हैं।

यदि आपको इच्छित सामग्री का सही से पता नहीं है तो यह सर्च इंजन आपकी मदद करते हैं।

आपके सामने related search दिखाते हैं। इसलिए आज करोड़ो लोग इसे हमेशा search engine का प्रयोग कर रहे हैं।

यह भी पढ़े ➡️ Search engine और Browser में क्या अन्तर होता हैं??

लोकप्रिय Search engine कौन-कौन से हैं?

आइए जानते हैं कि सर्च इंजन की क्या विशेषताएं होनी चाहिए जिसे एक लोकप्रिय सर्च इंजन कहा जाए।

आपकी मदद के लिए आजकल अनेक सर्च इंजन प्रचलन में है। जिनकी मदद से आप इच्छित सामग्री आसानी से ढूँढ सकतें हैं। सर्च इंजन के नाम इस प्रकार हैं–

1. Google

Google सबसे फेमस सर्च इंजन हैं। इसका मार्केट शेयर लगभग 70- 93 % तक हैं। इसको 1997 में लॉन्च किया गया था। इसका फाऊंडर सर्गेइ ब्रिन , लैरी पेज हैं।

2. Bing

Bing इसका मार्केट शेयर लगभग 2-13 % तक हैं। इसके निर्माता माइक्रोसॉफ्ट हैं। यह दूसरा सबसे लोकप्रिय search engine हैं। इसे 2009 में लॉन्च किया गया था।

3. Yahoo

Yahoo इसका मार्केट शेयर लगभग 2-3 % तक हैं। Jerry Yang एवं David filo हैं। यह तीसरा सबसे लोकप्रिय सर्च इंजन हैं। यह 1995 में लॉन्च किया गया था।

4. Baidu

इसका मार्केट शेयर लगभग 0.7- 12 % तक हैं। यह चाइना में सर्वाधिक काम मे लिया जाता हैं। क्योंकि यह चाइना में ही विकसित 2000 में किया गया था। इसका फाऊंडर Robin Li , Eric Xu हैं।

5. Yandex.ru

इसका मार्केट शेयर लगभग 0.45- 2 % तक हैं। यह Russia सर्वाधिक काम में आने वाला सर्च इंजन हैं। यह 1997 मे लॉन्च किया गया था। इसका फाऊंडर Arkady Voloz, Ilya Segalovich हैं।

6. DuckDuckGo

इसका मार्केट शेयर लगभग 0.50% तक हैं। इसका फाऊंडर Gabriel Weinberg हैं। यह 2008 में लॉन्च किया गया था। यह personal details केप्चर नहीं करता हैं। अर्थात् यह सर्च इंजन के रिजल्ट सभी को समान दिखाता हैं।

7. Ask.com

इसका मार्केट शेयर लगभग 0.42% तक हैं। इसका फाऊंडर Garrett Gruene, David Warthen हैं। इसे जून 1996 में खोजा गया। यह एक सवाल- जवाब वेबसाइट हैं।

8. AOL.com

इसका मार्केट शेयर लगभग 0.05 % तक हैं। इसके फाऊंडर Marc Serif, Steve Cas,Jim Kimse, William von Meister हैं।

9. WolframAlpha

इसका फाऊंडर स्टीफन वॉलफ्रे हैं । इसका ऑफिशिअल लॉन्च 15 मई 2009 हैं। यह answer search इंजन हैं। इसका owner WolframAlpha-LLC हैं। इसमें युजर्स टैक्स्ट के माध्यम से प्रश्न प्रस्तुत करते हैं। और WolframAlpha इसे विश्लेषित करके उत्तर देता हैं।

10. Internet Archive

इसके फाऊंडर ब्रियूस्टर काहले हैं। यह 12 मई 1996 में खोजा गया था। यह एक अमेरिकी डिजिटल लाइब्रेरी हैं। इसका कहना है कि “ज्ञान को सब तक पहुँचाना”। यह अपने डिजिटाइज्ड कंटेंट का संग्रह मुफ्त रूप से सार्वजनिक पहुंच प्रदान करता हैं।

जिसमें वेबसाइट, सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन / गेम, संगीत, फिल्में / वीडियो, चलती छवियां और लाखों पुस्तकें भी शामिल हैं।

Search engine के कार्य

एक सर्च इंजन को सामग्री ढूंढ़ने में आपकी कोई मदद करें इससे पहले सारी सामग्री खोज रखनी होती हैं। इसके लिए सर्च इंजन स्पाइडर सॉफ्टवेयर रोबोट काम में लेते हैं जो करोड़ों वेब पेज को पढ़ते हैं और उन पर लिखे हुए शब्दों की सूची तैयार करते हैं।यह प्रक्रिया चलती रहती हैं। ताकि सर्च इंजन अपने आप को अपडेट रख सके और आपके द्वारा खोजा गया रिजल्ट फटाफट पेश करे।

सामग्री ढूंढने के लिए विभिन्न तरीके होने के बाद भी सर्च इंजन तीन प्रकार से कार्य करता हैं-

  1. जांच करना- यह समस्त इंटरनेट को महत्वपूर्ण शब्दों के आधार पर जांच कर जानते हैं।
  2. इंडेक्स तैयार करना- यह इसका एक इंटेक्स तैयार करते हैं कि उन्हें कौन सा शब्द किस किस स्थान पर मिला।
  3. ढूँढना- यह यूजर्स को सुविधा देते हैं कि वे इस इंडेक्स में से किसी भी शब्द समूह के आधार पर उसे ढूंढ सकते हैं।

Search engine कैसे काम करता हैं?

जब भी आप किसी सर्च इंजन पपर सर्च करते हैं तो आपके सामने 2 विकल्प रहते हैं।

इन दोनों विकल्पों में से आप कोई सा भी चुन सकते हैं। ये विकल्प कौन कौन से होते हैं, आइए देखते हैं-

1. Keyword search

इसके माध्यम से सर्च करने के लिये आपको अपनी क़्वेरी से संबंधित keywords सर्च इंजन में डालने होते हैं। फिर सर्च इंजन आपके कीवर्ड से related रिजल्ट आपके सामने प्रस्तुत करता हैं। यह सर्च इंजन , ऊन रिजल्टस को पहले प्रदर्शित करता हैं जो आपके की वर्ड से ज्यादा मेल खाते हैं।

अर्थात् आपने जो सर्च किया हैं,उससे संबंधित कन्टेन्ट पहले प्रस्तुत करता हैं।

2. Directory search

Directory search का option सुविधा उपलब्ध कराता हैं।

यह कन्टेन्ट से संबंधित कुछ directories पहलें से ही सर्च इंजन पर दिये रहते हैं। जिनके माध्यम से आप अपनी सर्च क़्वेरी ढूँढ सकतें हैं।

उदहारण के लिए – जैसा की उपर फ़ोटो मे दिखाया गया हैं। इसमें उपर की साईड कटेगरी बनी हूई हैं, जहाँ आपकों for you, कोरोना वायरस, मनोरंजन, क्रिकेट, राजनीति आदि दिख रहे हैं। उनमें से आपको जिस विषय के बारें मे देखना हो वही जाकर क्लिक कर सकतें हैं। For you में आपको वो कन्टेन्ट मिलेंगे जिनमें आपको interest हैं। यह आपकी एक्टीविटी को ट्रेक करता हैं और जो चीजें आप सर्च करतें हैं, उन्हीं के आधार पर ये आपकी रुचि डिसाईड करता हैं। और उन्हीं चीजों को शो करता हैं।

Indian search engine कौन-कौन से हैं?

आइए जानते हैं कुछ भारतीय सर्च इंजन के बारे में। भारतीय सर्च इंजन निम्न प्रकार है।

1. 123khoj.com – यह 2014 में बनाया गया था। परंतु यह standard रिजल्ट नहीं देता हैं।

2. Rediff (रेडीफ)– यह न्यूज़, शॉपिंग, इंटरटेनमेंट साईट और सर्च इंजन भी हैं। इसकी स्थापना 1996 में क8 गयी थी।

3. Justdial (जस्टडायल)- यह एक लोकल बिजनेस सर्च करने का सर्च इंजन हैं।

यह काफी अच्छे से चल रहा हैं। इसकी स्थापना 1996 मे की गई थी।

Search engine से पहलें क्या था?

सर्च इंजन के अस्तित्व में आने से पहले भी नेट पर खोजबीन करने के लिए एक साधन उपयुक्त रहता था।

उस समय आर्मी गोफर वेरोनिका आदि प्रोग्राम हुआ करते थे। जो इंटरनेट से जुड़े समस्त सामग्री का लेखा-जोखा रखते थे और लोगों को उनकी इच्छित सामग्री को ढूंढ़ने में मदद करते थे।

आज लोग सर्च इंजनों का उपयोग कर किसी भी सामग्री को आसानी से ढूंढ लेते हैं।

Veronica (वेरोनिका) क्या हैं?

वेरोनिका एक खोज इंजन था। जिसका पूरा नाम-

  • V= very
  • E=Easy
  • R=Rodent
  • O=Oriented
  • N=Net-wide
  • I= Index to
  • C= Computer
  • A= Archives हैं।

जो गोफर संचार प्रोटोकॉल का उपयोग करके इंटरनेट पर सुलभ दस्तावेजों का पता लगाता था।

गोफर प्रोटोकॉल वर्ल्ड वाइड वेब का एक विकल्प था जो 1990 के दशक में पसंदीदा था, और वेरोनिका गोफर प्रोटोकॉल के लिए मुख्य सर्च करने की प्रणाली थी।

वेरोनिका 1992 में नेवादा विश्वविद्यालय के स्टीवन फोस्टर और फ्रेड बैरी द्वारा विकसित किया गया था।

अब वास्तविक वेरोनिका डेटाबेस मौजूद नहीं है। फिर भी कुछ local installations मौजूद हैं। लेकिन वेरोनिका की एक complete rewrite मिली हैं। जिसे वेरोनिका -2 के नाम में जाना जाता है। और यह अभी भी चल रही हैं।

सारांश

आशा करता हूँ कि आपको सर्च इंजन के बारे में अच्छे से समझ आ गया होगा। फिर भी आपका कोई सवाल हो तो बेझिझक कमेंट बॉक्स में पुछे। हमारी टीम आपके सवालों के जवाब देने के लिए हमेशा तैयार हैं।

धन्यवाद।

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