Coronavirus सर्वप्रथम 1939 में पहचान किया गया था लेकिन उस समय यह पता नहीं चला की है कहां से आया। कोरोना वायरस इन्सान और जानवर दोनों को ही अपनी चपेट में ले सकता है। यह वायरस जानवरो से ही मनुष्य शरीर मे आया।
Coronavirus का नाम कोरोना इसलिए पड़ा ये भी हम आपको बताते हैं। इस वायरस का सेप क्राउन अर्थात मुकुट के समान होना या यह भी माना जाता है कि सूर्य के चारों तरफ़ के मण्डल जैसी आकृति होना। इसीलिए इस वायरस को कोरोना वायरस के नाम से जाना जाने लगा है। कोरोनो वायरस किसी भी उम्र के व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। खासकर छोटे बच्चों को संक्रमित करता है। अमेरिका में यह वायरस सर्दी और बरसात के दिनों में ज्यादा संक्रमित करता है। यह एक ऐसा वायरस है जो संक्रमण से फैलता है। यह जुकाम से लेकर सांस की कई समस्याएं पैदा कर सकता हैं।
WHO ने इस वायरस को 2019-nCOV नाम से पहचाना
इस वायरस का नया रूप सर्वप्रथम चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ। इसकी अधिकारिक रूप से पहचान 7 जनवरी 2020 को की गई। WHO ने इसकी पहचान “2019-nCOV” नाम से की। जहाँ से अब ये विभिन्न देशों में बढ़ता ही जा रहा है। डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट के अनुसार इस वायरस के लक्षण हैं जुकाम,खांसी, बुखार। इस वायरस का अभी तक कोई टीका विकसित नहीं हुआ है।
कोरोना वायरस कैसें फैलता हैं
यह वायरस संक्रामक वायरस है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत ही जल्दी फैल जाता है। यह वायरस छींकने खांसने से या रोगी व्यक्ति को टच करने से रोगी व्यक्ति के संपर्क में रहने से भी ये वायरस दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।
आपको घर पर ही रहना चाहिए यदि
- बुखार हैं ।
- खाँसी हो रही हैं ।
- आपका गला जल रहा है ।
- आपको सिरदर्द हो रहा हैं ।
- आपका शरीर दर्द कर रहा है।
- आपको उल्टी और दस्त हो रहे है।
तो आप अधिक से अधिक पानी पिए गले को सूखने ना दे। डॉक्टर से सलाह ले।
यह भी पढ़े ➡️ कौनसा यू आर एल सेफ होता हैं?
सबसे पहले आपको सर्दी जुकाम वाले लक्षण दिखाई देंगे।
जैसे नाक का बहना, सिर दर्द होना ,गले में खराश होना ,शरीर में एनर्जी का नहीं होना आदि।
इसके बाद आपको तेज बुखार आ सकता है। फिर 2 से 7 दिन के बाद आपके गले में ड्राई कफ फील होने लग जाती है। धीरे धीरे यह कफ बढ़ने लग जाता है और आपको ब्रीदिंग में प्रोब्लम हो सकती है। आपको सांस अच्छी तरीके से नहीं आता है और आप बेचैनी सी महसूस करते हैं। फिर आपको पाचन सम्बन्धी अनेक समस्याएं हो सकती है। गैस बनना, भोजन का पूरी तरीके से नहीं पचना और फिर दस्त लग सकते हैं। शरीर मे दर्द भी रह सकता हैं।
क्या-क्या सावधानियाँ रखनी चाहिए
- हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं या आप सैनिटाइजर का भी उपयोग कर सकते हैं।
- छींकते या खांसते समय रूमाल का प्रयोग करें।
- अगर आपके पास रुमाल अवेलेवल नहीं है तो मुंह को हाथ से कवर करके ही छिखे या खांसे।
- जिस किसी को खाँसी या फ्लू हो रहा हो तो ज्यादा समय तक उसके सम्पर्क मे नहीं रहे।
- यदि आप मीट या अंडो का सेवन करते है तो उन्हें अच्छी तरह पकाए। और अच्छा ये रहेगा कि कुछ दिन मीट, अंडो का सेवन ही ना करे।
- मुर्गियो , चमगादडो , सूअरों आदि से सीधा सम्पर्क नहीं बनाए।
- यदि आपको सर्दी जुकाम, तेज बुखार, सांस लेने में दिक्कत हो गया तो तत्काल ट्रीटमेंट ले। आप कोरोना पोजिटिव हो सकतें हैं।
- घर में रहें, अनावश्यक बाहर नहीं निकले।
- गर्म पानी का सेवन करें।
- नमक और गुनगुने पानी से गरारे करे।
- नाक, मुँह, आँखो पर बार बार हाथ नहीँ ले जाये।
- यथासंभव दैनिक कार्यों के लिए write hander, left hand का प्रयोग करें। और left hander, write hand का प्रयोग करें।
- शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढाने वाले पेय पदार्थों का प्रयोग करें।
- प्राकृतिक विटामिन सी का सेवन करें।
- प्रतिदिन 2 संतरे या एक नींबू या 2-4 टमाटर या एक हाथ में आये जितने मटर खाए। इससे आपकी एम्युनीटी अच्छी बनी रहेगी।
- लॉन्ग,अदरक, काली मिर्च,तुलसी के पत्ते, हल्दी, अजवायन, दालचीनी, नीम गिलॉय, मुलेठी, सौंठ आदि के पेय पदार्थ का सेवन करें।
- एक्सरसाइज़, योग करे।
- गले को सूखने ना दे। बार बार पानी पिए।
- मास्क का प्रयोग करें। ध्यान रहे मास्क का प्रयोग आपको कोरोना से बचा नहीं सकता, बल्कि मास्क उनको ही लगाना चाहिए जो कोरोना या किसी फ्लू से इफेक्टेड हो।
- sea फूड एवं कच्चा मांस नहीं खाए।
- बाजार में मिलने वाले पैकेज्ड फूड, कोल्ड ड्रिंक्स, फ्रीज किए हुए फूड्स आदि नहीं खाएं पिए।
- सावधानियाँ रखें और मस्तिष्क में कोरोना का डर नहीं रखें।
- कहतें हैं ना कि ” जो खुद से जीत जाता हैं, वह जंग जीत जाता हैं ।”
आपके मोबाइल लैपटाप पर भी कोरोना वायरस अटैक कर सकता हैं ??
यह आपको सुनने में बड़ा अजीब लग सकता हैं लेकिन यह सच हैं। कोरोना वायरस के चलतें वर्तमान में बहुत सारी फ़ाईले वायरल हो रही। इसी का फायदा उठाकर सायबर अटेकर्स कोरोना वायरस की फ़ाईलो के साथ मालवेयर ऐड करके वायरल किये जा रहे हैं। उन फ़ाईलो का दावा होता हैं कि इसमें कोरोना वायरस से सम्बंधित जानकारियां दी हुई हैं। लेकिन वास्तव में उन फ़ाईलो मे ट्रोजन और मालवेयर छुपे हुए होते हैं। जो आपके मोबाइल, लैपटॉप को नुकसान पहुंचा सकतें हैं। अगर आप भी कोरोना वायरस से सम्बंधित न्यूज़ या फ़ाईल को बिना सोचें समझे ओपन करते हो तो आपको सावधान रहने की आवश्यकता हैं।
सारांश
कोरोनावायरस के सभी लक्षण सामान्य सर्दी जुकाम के जैसे ही होते हैं। तो आप यह नहीं सोच ले कि सामान्य सर्दी जुकाम को ही कोरोना वायरस का अटैक समझ लें। एसा नहीं है। धैर्य बनाए रखें और डॉक्टर से सलाह ले। बिना डॉक्टर से मिले ही अपने दिमाग में कोरोना वायरस नहीं लाएं। और इतना भयानक वायरस भी नहीं हैं जितना की आजकल समाचारों मे चल रहा हैं। पहले भी बहुत बड़े बड़े भयंकर वायरस आए और उनका इलाज भी हुआ। एसी कोई बात नहीं है कि कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं होगा। साइंटिस्ट लगे हैं इलाज़ ढूँढने में और ढूँढ भी लेंगें। लेकिन सावधानी बढ़ी जरुरी है।
Mst